मेरे देश की धरती सोना उगले: गुलशन छह वर्ष की उम्र में कविता लिखने लगे थे। बचपन में ही मौत का दंश झेलने वाले गुलशन के गीतों में दर्द छलकता रहा। लोग इसमें डूबते रहे। विभाजन के बाद दिल्ली आकर यहां स्नातक की पढ़ाई की। इसके बाद मुंबई में गए और वहां संघर्ष शुरू हुआ। रेलवे में लिपिक की नौकरी की …
Read More »मोहे तू रंग दे बसंती: प्रसून जोशी का फ़िल्मी गीत
मोहे तू रंग दे बसंती: प्रसून जोशी का फ़िल्मी गीत – प्रसून जोशी के “कुछ कर गुज़रने” की शुरुआत पहाड़ों से हुई। उत्तराखंड के अल्मोड़ा में 1971 में जन्म हुआ। पिता पीसीएस अफसर थे। मां क्लासिकल सिंगर। मां-पिता दोनों की संगीत में दिलचस्पी थी। एक इंटरव्यू में प्रसून ने कहा था, “पिता पीसीएस अधिकारी थे तो देर रात तक लाइब्रेरी खुलवाए …
Read More »जब दीप जले आना: रविन्द्र जैन का लोकप्रिय फ़िल्मी गीत
जब दीप जले आना गीत चितचोर 1976 में बनी हिन्दी भाषा की रूमानी फिल्म से है। यह बासु चटर्जी द्वारा लिखित और निर्देशित है। फिल्म ताराचंद बड़जात्या द्वारा निर्मित एक राजश्री प्रोडक्शन्स फिल्म है। यह सुबोध घोष की एक बंगाली कहानी, चित्ताचोर पर आधारित है। के॰ जे॰ येशुदास और मास्टर राजू ने इस फिल्म के लिये 1976 का राष्ट्रीय फिल्म …
Read More »मच गया शोर सारी नगरी रे: दही हांडी फ़िल्मी गीत
मच गया शोर सारी नगरी रे, सारी नगरी रे आया बिरज का बांका, संभाल तेरी गगरी रे हो.. आया बिरज का बांका संभाल तेरी गगरी रे – 2 देखो अरे देखो कहीं ऐसा न हो जाए चोरी करे माखन तेरा जिया भी चुराए अरे धमकता है इतना तू किसको डरता है कौन आने दे उसको ऐसे न बहुत बोलो मत …
Read More »अपनी आज़ादी को हम हरगीज मिटा सकते नहीं: शकील बदायूँनी
शकील बदायूँनी (जन्म: 03 अगस्त, 1916 – निधन: 20 अप्रैल, 1970) – शकील बदायूनी का जन्म स्थान उत्तर प्रदेश का शहर बदायूँ है। यह एक उर्दू के शायर और साहित्यकार थे। लेकिन इन्होंने बालीवुड में गीत रचनाकार के रूप में नाम कमाया। अपनी आज़ादी को हम हरगीज मिटा सकते नहीं: शकील बदायूँनी अपनी आज़ादी को हम हरगीज मिटा सकते नहीं …
Read More »ऐसा देस है मेरा: जावेद अख्तर का लोकप्रिय फ़िल्मी देश भक्ति गीत
जावेद अख़्तर का नाम भारत देश का बहुत ही जाना-पहचाना नाम हैं। जावेद अख्तर शायर, फिल्मों के गीतकार और पटकथा लेखक तो हैं ही, सामाजिक कार्यकर्त्ता के रूप में भी एक प्रसिद्ध हस्ती हैं। इनका जन्म 17 जनवरी 1945 को ग्वालियर में हुआ था। पिता जाँ निसार अख़्तर प्रसिद्ध प्रगतिशील कवि और माता सफिया अखतर मशहूर उर्दु लेखिका तथा शिक्षिका …
Read More »जहाँ डाल-डाल पर सोने की चिड़िया करती है बसेरा: राजेंद्र कृष्ण
राजेंद्र कृष्ण के गीतों का सफ़र ‘प्यार की शमा को तकदीर बुझाती क्यूं है किसी बर्बादे-मोहब्बत को सताती क्यूं है’। और 1948 में बनी फ़िल्म प्यार की जीत में क़मर जलालाबादी और राजेंद्र कृष्ण के गीत थे। राजेंद्र का यह गीत बहुत मकबूल हुआ ‘तेरे नैनों ने चोरी किया मेरा छोटा सा जिया परदेसिया’। 1948 में ‘बापू की यह अमर …
Read More »सुनो गौर से दुनिया वालो: समीर का देशभक्ति फ़िल्मी गीत
समीर हिन्दी फिल्मों के एक प्रसिद्ध गीतकार हैं। इनके ज्यादातर गीत हिट हुए और इनके द्वारा लिखें गए गीत आज भी लोगोंं की जुबानोंं पर हैं। उनके पिता अनजान भी गीतकार रहे थे। उनके पास सबसे अधिक गीत लिखने का गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स है। उन्होंने लगभग 650 फिल्मों में 4000 गाने से अधिक लिखे हैं। उन्हें यश भारती पुरस्कार भी …
Read More »पानी रे पानी तेरा रंग कैसा: इन्द्रजीत सिंह तुलसी
शोर 1972 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। इसका लेखन, निर्देशन और निर्माण मनोज कुमार ने किया है। इसमें वह स्वयं जया भादुड़ी के साथ मुख्य भूमिका में हैं। शंकर (मनोज कुमार) एक दुर्घटना में अपनी पत्नी (नन्दा) को खो देता है। वह अपने बेटे को बचाते हुए मर जाती है। दुर्घटना के कारण, दीपक अपनी आवाज खो देता …
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