Tag Archives: Inspirational folktales for School Children

चतुर सुनार: स्वप्ना दत्त – भारत की एक रोचक लोककथा बच्चों के लिए

चतुर सुनार

चतुर सुनार: एक समय की बात है – एक राजा था, जिसे अपने बुद्धिमान होने का बड़ा घमंड था। उसका विशवास था कि पूरे राज्य में एक भी ऐसा नही है, जो उसे धोका देकर साफ़ निकल जाए। एक दिन यह बात उसने मंत्रियों से कही। सबने हकमी भर दी, सिवाय एक के। राजा को बड़ा आश्चर्य हुआ। “क्या तुम …

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छत्रपति शिवाजी महाराज के प्रेरक प्रसंग

छत्रपति शिवाजी महाराज के प्रेरक प्रसंग

छत्रपति शिवाजी महाराज के प्रेरक प्रसंग: एक बार छत्रपति शिवाजी महाराज जंगल में शिकार करने जा रहे थे। अभी वे कुछ दूर ही आगे बढे थे कि एक पत्थर आकर उनके सर पे लगा। शिवाजी क्रोधित हो उठे और इधर-उधर देखने लगे, पर उन्हें कोई भी दिखाई नहीं दे रहा था, तभी पेड़ों के पीछे से एक बुढ़िया सामने आई …

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Early Life of Guru Gobind Singh: Tenth Guru of the Sikhs

Early Life of Guru Gobind Singh

Early Life of Guru Gobind Singh: Guru Gobind Singh was born in December 1666 A.D. at Patna, present day capital of Bihar State. His parents, Guru Tegh Bahadur, and Mata Gujri, had gone to the East on long tour to preach teachings of Guru Nanak. Guru Tegh Bahadur, was accompanied by a large number of his devotees. The purpose of …

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छोटे साहिबजादे बाबा जोरावर सिंह व बाबा फतेह सिंह

छोटे साहिबजादे बाबा जोरावर सिंह व बाबा फतेह सिंह

छोटे साहिबजादे बाबा जोरावर सिंह व बाबा फतेह सिंह: सरसा नदी पर जब श्री गुरु गोबिन्द सिंह जी से छोटे साहिबजादे बाबा जोरावर सिंह तथा बाबा फतेह सिंह और माता गुजरी जी बिछुड़ गए तो उनको गुरु घर का रसोइया गंगू अपने गांव सहेड़ी ले आया। वहां से उसने मुखबरी करते हुए साहिबजादों और माता गुजरी जी को गिरफ्तार करवा …

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Martyrdom of Younger Sahibzadas: Zorawar Singh & Fateh Singh

छोटे साहिबजादों के साथ वजीर खान की क्रूरता: Martyrdom of Younger Sahibzadas

PART I – Martyrdom of Younger Sahibzadas Anandpur Battle and Separation of Guru Gobind Singh’s Family Martyrdom of Younger Sahibzadas: The brave and fearless Sikhs (army) of Guru Gobind Singh were engaged for months together in a prolonged battle with the Mughal army outside the Fort of Anandpur. Emperor Aurangzeb sent a message on oath that if the Guru and …

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