वतन पे जो फ़िदा होगा: Here is an immortal poem of Anand Bakshi that was written for the 1963 movie “Phool Bane Angaare”. Such powerful and moving words never fail to moisten eyes. It is appropriate to refresh the memory of this song on this 15th of August. वतन पे जो फ़िदा होगा: आनंद बक्षी हिमाला की बुलंदी से, सुनो आवाज …
Read More »चिट्ठी आई है: Anand Bakshi Nostalgic Hindi Song
चिट्ठी आई है: आप सभी को दिवाली की ढेर सारी बधाईयाँ। आज के दौर में दिवाली को लोग बम पटाखों से मनाते है, अपने रिश्तेदारों के यहां मिठाइयाँ पहुंचाते है। लेकिन पुराने जमाने में ऐसा नहीं होता था। लोग अपनी दिवाली मनाने के लिए बम पटाखों के इस्तेमाल की बजाय आपस के लोगों को दिवाली पर कविता भेजते थे। लोगों …
Read More »जागे हैं अब सारे लोग: जावेद अख्तर देश भक्ति गीत
Acclaimed Indian director Shyam Benegal is best known for his intimate portraits of Indian women, so it comes as some surprise that his latest offering is a biopic of one of India’s most famous male icons, Netaji Subhas Chandra Bose. Sachin Khedekar plays Bose, a revolutionary whose mission is to rid India of the British Empire, even if it means …
Read More »कर चले हम फ़िदा जानो तन साथियो: कैफी आज़मी
देश प्रेम और देश के लिए कुछ कर गुज़रने का जज़्बा हर नागरिक में होता है। हिंदी सिनेमा ने भी इस मोहब्बत और जज़्बे को बख़ूबी अभिव्यक्त किया है। आज भी देशभक्ति के कई ऐसे गाने हैं जो लोकप्रिय हैं। बदलते वक़्त के साथ इनकी लोकप्रियता में इज़ाफ़ा ही हुआ है। कुछ ऐसे बेशक़ीमती गीत है जो हर नागरिक को …
Read More »इन्साफ़ की डगर पे बच्चों दिखाओ चल के: शकील बदायूंनी
आसान अल्फाज के जरिए सीधे दिल में उतरने वाले मशहूर शायर और गीतकार शकील बदायूंनी के बगैर रूमानी फिल्मों की कहानियां अधूरी हैं। मगर, मकबूल शायर होने के बावजूद उन्हें वह जगह नहीं मिली जिसके वह हकदार थे। ‘मुगल-ए-आजम’ और ‘मदर इंडिया‘ जैसी कालजयी फिल्मों और ‘मेरे महबूब’, ‘गंगा-जमुना’ और ‘घराना’ जैसी अपने दौर की सुपरहिट फिल्मों को अपने नग्मों …
Read More »रुक जाना नहीं तू कहीं हार के: मजरूह सुल्तानपुरी
महान शायर और गीतकार मजरूह सुल्तानपुरी का अपनी जिंदगी और शायरी के बारे में नजरिया कुछ ऐसा ही था जैसा कि उनका यह गीत कि ‘एक दिन बिक जाएगा माटी के मोल, जग में रह जाएंगे प्यारे तेरे बोल‘। मुशायरों और महफिलों में मिली शोहरत तथा कामयाबी ने एक यूनानी हकीम असरारूल हसन खान को फिल्म जगत का एक अजीम …
Read More »आओ बच्चों तुम्हें दिखाये झाँकी हिंदुस्तान की: कवि प्रदीप
देश प्रेम और देश के लिए कुछ कर गुज़रने का जज़्बा हर नागरिक में होता है। हिंदी सिनेमा ने भी इस मोहब्बत और जज़्बे को बख़ूबी अभिव्यक्त किया है। आज भी देशभक्ति के कई ऐसे गाने हैं जो लोकप्रिय हैं। बदलते वक़्त के साथ इनकी लोकप्रियता में इज़ाफ़ा ही हुआ है। कुछ ऐसे बेशक़ीमती गीत हैं जो हर नागरिक को वतन के प्रति …
Read More »हम लाये हैं तूफ़ान से किश्ती निकाल के: कवि प्रदीप
After decades of freedom struggle and innumerable sacrifices, the country finally attained freedom in 1947. In this poem the old guards pass the baton to younger generation and instruct them to carry on with great care and fortitude so that the freedom won by great efforts of several generations is sustained and the country moves on the path to progress. …
Read More »बहना ने भाई की कलाई से प्यार बाँधा है: इन्दीवर
Resham Ki Dori (1974) Movie Plot: Ajit and Rajoo become orphans. Ajit, as the older brother takes care of his younger sister, at great personal sacrifice. When he tries to save his sister from sexual assault, death occurs. Is Ajit responsible? He emerges as Vinod from jail. In English the loose translation of the title would be “a silken thread” …
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