Tag Archives: Jealousy Poems for Students

यशोमती मैया से बोले नंदलाला: श्री कृष्ण फ़िल्मी भजन

यशोमती मैया से बोले नंदलाला

यशोमती मैया से बोले नंदलाला: सत्यम शिवम सुन्दरम 1978 में बनी हिन्दी फिल्म है, जिसमें शशि कपूर और जीनत अमान की प्रमुख भूमिका थी। गीत “यशोमती मैया से” बिनाका गीत माला की 1978 वार्षिक सूची में 7वीं पायदान पर रहा। यशोमती मैया से बोले नंदलाला: मन्ना डे और लता मंगेशकर यशोमती मैया से बोले नंदलाला, राधा क्यूँ गोरी में क्यूँ काला राधा …

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गोस्वामी तुलसीदास जी के दोहे हिंदी अनुवाद के साथ

तुलसीदास जी के दोहे

गोस्वामी तुलसीदास जी के दोहे अर्थ सहित (Tulisdas Ke Dohe With Meaning in Hindi) गोस्वामी तुलसीदास (जन्म- 1532 ई. – मृत्यु- 1623 ई.) हिन्दी साहित्य के आकाश के परम नक्षत्र, भक्तिकाल की सगुण धारा की रामभक्ति शाखा के प्रतिनिधि कवि है। तुलसीदास एक साथ कवि, भक्त तथा समाज सुधारक तीनों रूपों में मान्य है। श्रीराम को समर्पित ग्रन्थ श्रीरामचरितमानस वाल्मीकि …

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A Good Friday: Short English Poetry on Crucifixion of Jesus

Jesus Christ

A Good Friday: Christina Georgina Rossetti Am I a stone, and not a sheep, That I can stand, O Christ, beneath Thy cross, To number drop by drop Thy blood’s slow loss, And yet not weep? Not so those women loved Who with exceeding grief lamented Thee; Not so fallen Peter weeping bitterly; Not so the thief was moved; Not so …

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Good Friday Poem By Alan Allegra: Christ’s arrest, trial & suffering

Good Friday

Good Friday Poem: The Passion of Christ is the story of Jesus Christ’s arrest, trial and suffering. It ends with his execution by crucifixion. The Passion is an episode in a longer story and cannot be properly understood without the story of the Resurrection. The word Passion comes from the Latin word for suffering. The crucifixion of Jesus is accepted by many scholars as …

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Friends: Rhyming Poem About Friendship Ideas And Inspiration

Short English Rhyme about Friendship: Friends

Friends: Friendship is a term used to denote co-operative and supportive behavior between two or more people. It can be taken to mean a supportive relationship which involves mutual knowledge, esteem and affection. The understanding of friendship in children tends to be more heavily focused on areas such as common activities, physical proximity, and shared expectations. These friendships provide opportunity …

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मिठाई: ओम प्रकाश बजाज की बाल-कविता

Mithai by Om Prakash Bajaj

भारतीय मिठाई पर ओम प्रकाश बजाज की बाल-कविता भारतीय मिठाइयाँ या मिष्ठान्न शक्कर, अन्न और दूध के अलग अलग प्रकार से पकाने और मिलाने से बनती हैं। खीर और हलवा सबसे सामान्य मिठाइयाँ हैं जो प्रायः सभी के घर में बनती हैं। ज्यादातर मिठाइयाँ बाज़ार से खरीदी जाती हैं। मिठाइयाँ बनाने वाले पेशेवर बावर्चियों को ‘हलवाई’ कहते हैं। भारत की संस्कृति …

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चश्मा: ओम प्रकाश बजाज जी की बाल-कविता

Chasma by Om Prakash Bajaj

चश्मा (Glasses या eyeglasses या spectacles) आँखों के सुरक्षा या उनकी क्षमता को बढ़ाने वाले उपकरण हैं जो काँच या कठोर प्लास्टिक के लेंसों से बने होते हैं। ये लेंस धातु या प्लास्टिक के एक ढाँचे (फ्रेम) में मढ़े हुए होते हैं। चश्मा: ओम प्रकाश बजाज जी की बाल-कविता दादा जी जब चश्मा लगाते, तभी वह अखबार पढ़ पाते। मुन्ना …

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राम-भरत मिलन: महादेवी वर्मा की प्रेरणादायक कविता

Excerpt from Mahadevi Verma’s Ramayana Poem राम–भरत मिलन

Accepting the demand of step-mother Kaikeyi for a 14 year banvaas, Ram along with wife Sita and brother Lakshmana, made abode in the forest of Chitrakoot, Madhya Pradesh. One day Lakshmana saw from a distance, Bharat approaching with an army and thought that he wanted to kill Ram in order to permanently get the kingdom of Ayodhya (Uttar Pradesh, India). In …

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मानवता और धर्मयुद्ध (रश्मिरथी): रामधारी सिंह दिनकर

मानवता और धर्मयुद्ध (रश्मिरथी) - रामधारी सिंह दिनकर

Here is a gem taken from the all-time classic “Rashmirathi”. Dinkar Ji abhors the animal instincts that linger just under the surface of humanity. He abhors the glorification of war by the society. No right thinking human being would want the death and destruction that invariably occurs in a war, but still at times war gets all out support from societies. …

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बाल-कविताओं का संग्रह: ओमप्रकाश बजाज (भाग 2)

ओमप्रकाश बजाज की बाल-कविताओं का संग्रह

खिचड़ी: ओमप्रकाश बजाज चावल-दाल मिला कर बनती, खिचड़ी घर में सब को भाती। रोगी को डॉक्टर खाने को कहते, हल्की गिजा वे इसे मानते। घी और मसालों का छौंक लगा कर, छोटे-बड़े सब शौक से खाते। बीरबल की खिचड़ी पकाना कहलाती, जब किसी काम में अधिक देर हो जाती। घी खिचड़ी में ही तो रहा, तब कहा जाता, जब घर …

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