Tag Archives: Life And Time Stories for Kids

Friend Who Came From The Sky: Story of a Duck & Disabled Girl

Friend Who Came From The Sky: Padma Rao

Friend Who Came From The Sky: It was one of those days in March, when a wind starts blowing from nowhere, ending in a thunderstorm. A cool breeze had been blowing since afternoon, and the sky was rapidly becoming over-cast. There were sudden creaks as little branches of trees broke in the strong breeze and fell. The air was full …

Read More »

लौट आओ पापा: पितृ दिवस पर हिंदी बाल-कहानी

लौट आओ पापा: पितृ दिवस पर हिंदी बाल-कहानी

लौट आओ पापा: कहते है जाने वाला कभी लौट कर नहीं आता है, पर इन सभी बातों को झुठलाते हुए, आप लौट आओ पापा। घर पर आपकी बहुत ज़रूरत है। ज़रूरत तो हम सबको है पर माँ को सबसे ज़्यादा। कल भैया का फ़ोन आया था। बता रहे थे कि माँ अभी भी देहरी पर बैठी रहती है किसी ना …

Read More »

A Misfortune: Story by Anton Chekhov

A Misfortune: Short story by Anton Chekhov

A Misfortune: Anton Chekhov – Sofya Petrovna, the wife of Lubyantsev the notary, a handsome young woman of five-and-twenty, was walking slowly along a track that had been cleared in the wood, with Ilyin, a lawyer who was spending the summer in the neighbourhood. It was five o’clock in the evening. Feathery-white masses of cloud stood overhead; patches of bright …

Read More »

Terror: My Friend’s Story – Anton Chekhov

Terror: My Friend's Story - Anton Chekhov

Terror: My Friend’s Story – Anton Chekhov: DMITRI PETROVITCH SILIN had taken his degree and entered the government service in Petersburg, but at thirty he gave up his post and went in for agriculture. His farming was fairly successful, and yet it always seemed to me that he was not in his proper place, and that he would do well …

Read More »

होली वाला बर्थडे: रोचक हिंदी बाल-कहानी

होली वाला बर्थडे: रोचक हिंदी बाल-कहानी

होली वाला बर्थडे: होली वाले दिन “मेरा हैप्पी बर्थडे है…” कहते हुए सात साल का गोलू सारे घर के कमरों में घूम रहा था। घर के सभी सदस्य होली के तैयारियों में व्यस्त थे इसलिए कोई भी उसकी बात पर ध्यान नहीं दे रहा था। थक हार कर वह अपनी माँ को सब जगह देखते हुए राजू भैया के कमरे …

Read More »

चाचा जी की होली: होली पर नटखट बाल-कहानी

चाचा जी की होली: होली के त्योहार पर नटखट बाल-कहानी

चाचा जी की होली: होली के त्योहार पर नटखट बाल-कहानी शांतनु की शैतानी के किस्से पूरे मोहल्ले में मशहूर थे। अगर किसी के घर की खिड़की का काँच टूटा हो तो देखने वाले को तुरंत समझ में आ जाता था कि बॉल ज़रूर शांतनु की होगी। अगर किसी के घर की कोई डोरबेल बजा कर भाग जाता था तो भी …

Read More »

दीपक की होली: होली पर शिक्षाप्रद बाल कहानी

दीपक की होली: होली के त्यौहार पर शिक्षाप्रद बाल कहानी

“इस बार होली खेलने के लिए मैं तुम्हारे घर ही आ जाउंगी” सिमी ने राहुल से कहा। “हाँ, तुम्हारी छत बहुत बड़ी है। यहाँ से हमें आधा शहर तो यूँ ही दिख जाता है” मंजुल ने मुस्कुराते हुए कहा। “मैं तो गुलाबी रंग का गुलाल लगाउंगी। मुझे गुलाबी रंग बहुत पसंद है” सलोनी ने खुश होते हुए कहा। “कभी शीशे …

Read More »