Little Johny was very happy today. Because, he was going to market with his father on New Year eve to purchase various things. All of his own liking. The market was quite lively and all the shops were decorated with light bulbs of different shades. Just then Johny noticed a shop where a good number of birds were kept in …
Read More »फूलों का नगर: दो दोस्तों की प्रेरणादायक कहानी
गुरु वशिष्ठ के यहाँ बहुत से राजकुमार शिक्षा प्राप्त करने के लिए दूर दूर से आते थे और गुरुकुल में रहा करते थे। गुरूजी सभी शिष्यों को समान रूप से प्रेम करते थे, और उनमें किसी तरह का कोई भेदभाव नहीं करते थे। यू तो सभी उनकी बहुत सेवा करते थे पर अमृत और शांतनु दिन रात की परवाह किये …
Read More »मनु का होमवर्क: छात्रों के लिए प्रेरणादायक कहानी
“आज फ़िर तुम्हारी होमवर्क कॉपी में ढेर सारे लाल लाल निशान लगे हुए है” मम्मी ने थोड़ा गुस्से से मनु की ओर देखते हुए कहा। पर मनु भला मम्मी की बात कहाँ सुन रहा था, वह तो खिड़की से बाहर झाँकने में मगन था। इस बार मम्मी ने मनु का हाथ पकड़कर अपनी ओर खींचा और कॉपी दिखाते हुए कहा …
Read More »अनकहा सच: नाजायज रिश्तों की जायज कहानी
कितनी बार अपनी पसंदीदा नीली कलम उठाई और डायरी के बीच में फँसा दी। भूरे ज़िल्द की डायरी के सफ़ेद पन्नों ने जैसे अपनी उम्र पूरी कर ली हो और हल्की पीली चादर तान कर सोने जा रहे हो। तकदीर का खेल पर पन्नों के बीच छुपकर भला कहाँ चैन पाता है, वो तो आज़ाद होकर सबको अपनी उँगलियों पर …
Read More »चाँद और लम्बू जिराफ़ की दोस्ती पर हिंदी बाल-कहानी
रोज़ की तरह आज फ़िर खेल-खेल में चाँद सितारों की आपस में लड़ाई हो गई थी। चाँद बेचारा क्या करता, वह एक तरफ़ अकेला पड़ जाता और ढेर सारे सितारे एक तरफ़… आख़िर चाँद रूठ गया और बोला – “मैं जा रहा हूँ, धरती की ओर…” सितारे यह सुनकर घबरा गए। उन्होंने उसे बहुत मनाया। उसकी बड़ी खुशामद की, पर …
Read More »योग दिवस पर दिलचस्प कहानी: स्वीटू का प्राणायाम
आज सुबह से नीलू चिड़िया तालाब के किनारे बैठी अपनी सहेली स्वीटू मछली का बहुत देर से इंतज़ार कर रही थी पर स्वीटू का कहीं अता पता नहीं था। नीलू को अब भूख भी लगने लगी थी। उसने इधर उधर कुछ खाने के लिए ढूंढना शुरू किया। तभी कुछ दूरी पर चिप्स के टुकड़े देखकर उसके मुँह में पानी आ …
Read More »नशा: तम्बाकू सेवन के हानिकारक प्रभाव और पश्चाताप की कहानी
क्या चाचा, लो जरा सा आईना तो देख लो… कितने दिन हो गए तुमने बाल भी नहीं सँवारे। सूरज की आवाज़ से मैं खिड़की से बाहर झाँकता हुआ जैसे नींद से जागा। मैंने पनियल आँखों से सूरज की ओर देखा, जो मेरा भतीजा था पर आज मेरे बेटे से बढ़कर मेरा साथ दे रहा था। वो मेरी मन-स्तिथि समझ गया …
Read More »विश्व स्वास्थ्य दिवस पर विशेष बाल कहानी: बंटी की दादी
ना जाने कहाँ छुपा बैठा हैं ये, रोज का इसका यह तमाशा हैं… आवाज़ लगा लगा कर तो मेरा गला दुःख गया हैं… मीनू उसे ढूंढते हुए बगीचे तक आ गई थी। आम के पेड़ के पीछे छुपे बैठे तीन साल के बंटी को देखकर मीनू का गुस्सा सातवे आसमान पर पहुँच गया था। उसने ना आव देखा ना ताव …
Read More »नन्हे बच्चों के लिए हिंदी बाल-कहानियाँ
दादी और नानी की मीठी कहानियों का संसार इतना सुंदर और लुभावना है कि बाल-मन उससे बाहर निकलना ही नहीं चाहता। हर बालक यही चाहता है कि कहानी (छोटे बच्चों की कहानियां) बस चलती ही जाए। हर रात, सोने से पहले, नानी या दादी की गोदी में सिर रखकर कहानी सुनने की बातें कई बच्चों को परी-कथा जैसी लग सकती …
Read More »नन्हे छोटू की बड़ी कहानी: मानवाधिकार पर बाल-कहानी
सर्दी की छुट्टियाँ आ गई थी और रिमझिम के तो खुशी के मारे पैर ज़मीन पर ही नहीं पड़ रहे थे। उसके पापा उसे उसकी बेस्ट फ्रैंड स्वाति के घर छोड़ने के लिए तीन दिन के लिए तैयार हो गए थे। रिमझिम और स्वाति एक दूसरे के साथ जी भर कर मस्ती करना चाहती थी, इसलिए दोनों ही बहुत खुश …
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