चिट्ठी आई है: आप सभी को दिवाली की ढेर सारी बधाईयाँ। आज के दौर में दिवाली को लोग बम पटाखों से मनाते है, अपने रिश्तेदारों के यहां मिठाइयाँ पहुंचाते है। लेकिन पुराने जमाने में ऐसा नहीं होता था। लोग अपनी दिवाली मनाने के लिए बम पटाखों के इस्तेमाल की बजाय आपस के लोगों को दिवाली पर कविता भेजते थे। लोगों …
Read More »मुबारक ईद मुबारक Eid Special Bollywood Song
मुबारक ईद मुबारक: जलीस शेरवानी अस्सलाम अलैकुम अस्सलाम, ईद का है यारो यह पयाम… यह ईद का त्यौहार है, खुशियो का है त्यौहार… ना तेरा है ना मेरा है यह सब का है त्यौहार यह प्यार का पैगाम है यह प्यार का पैगाम मुबारक ईद मुबारक… चाहे वोह रहमान हो या भाई अपना राम, हिन्दू मुस्लिम सिख इसाई, सब को है …
Read More »ऐ मेरे वतन के लोगों: कवि प्रदीप का लोकप्रिय देशभक्ति गीत
यूं तो भारतीय सिनेमा जगत में वीरों को श्रद्धांजलि देने के लिये अब तक न जाने कितने गीतों की रचना हुयी है लेकिन ‘ऐ मेरे वतन के लोगों, जरा आंखो मे भर लो पानी, जो शहीद हुये है उनकी जरा याद करो कुर्बानी।’ जैसे देश प्रेम की अछ्वुत भावना से ओत प्रोत रामचन्द्र द्विवेदी उर्फ कवि प्रदीप के इस गीत …
Read More »जागे हैं अब सारे लोग: जावेद अख्तर देश भक्ति गीत
Acclaimed Indian director Shyam Benegal is best known for his intimate portraits of Indian women, so it comes as some surprise that his latest offering is a biopic of one of India’s most famous male icons, Netaji Subhas Chandra Bose. Sachin Khedekar plays Bose, a revolutionary whose mission is to rid India of the British Empire, even if it means …
Read More »भैया मेरे राखी के बंधन को निभाना: शैलेन्द्र
भैया मेरे राखी के बंधन को निभाना: शैलेन्द्र – Chhoti Bahen is a 1959 Indian Hindi film that stars Nanda in the title role, Balraj Sahni and Rehman. The movie was a remake of the 1952 Tamil movie “En Thangai” which was later remade in Kannada in 1967 as “Onde Balliya Hoogalu” and in Telugu in 1967 as “Aada Paduchu”. …
Read More »कर चले हम फ़िदा जानो तन साथियो: कैफी आज़मी
देश प्रेम और देश के लिए कुछ कर गुज़रने का जज़्बा हर नागरिक में होता है। हिंदी सिनेमा ने भी इस मोहब्बत और जज़्बे को बख़ूबी अभिव्यक्त किया है। आज भी देशभक्ति के कई ऐसे गाने हैं जो लोकप्रिय हैं। बदलते वक़्त के साथ इनकी लोकप्रियता में इज़ाफ़ा ही हुआ है। कुछ ऐसे बेशक़ीमती गीत है जो हर नागरिक को …
Read More »इन्साफ़ की डगर पे बच्चों दिखाओ चल के: शकील बदायूंनी
आसान अल्फाज के जरिए सीधे दिल में उतरने वाले मशहूर शायर और गीतकार शकील बदायूंनी के बगैर रूमानी फिल्मों की कहानियां अधूरी हैं। मगर, मकबूल शायर होने के बावजूद उन्हें वह जगह नहीं मिली जिसके वह हकदार थे। ‘मुगल-ए-आजम’ और ‘मदर इंडिया‘ जैसी कालजयी फिल्मों और ‘मेरे महबूब’, ‘गंगा-जमुना’ और ‘घराना’ जैसी अपने दौर की सुपरहिट फिल्मों को अपने नग्मों …
Read More »रुक जाना नहीं तू कहीं हार के: मजरूह सुल्तानपुरी
महान शायर और गीतकार मजरूह सुल्तानपुरी का अपनी जिंदगी और शायरी के बारे में नजरिया कुछ ऐसा ही था जैसा कि उनका यह गीत कि ‘एक दिन बिक जाएगा माटी के मोल, जग में रह जाएंगे प्यारे तेरे बोल‘। मुशायरों और महफिलों में मिली शोहरत तथा कामयाबी ने एक यूनानी हकीम असरारूल हसन खान को फिल्म जगत का एक अजीम …
Read More »आओ बच्चों तुम्हें दिखाये झाँकी हिंदुस्तान की: कवि प्रदीप
देश प्रेम और देश के लिए कुछ कर गुज़रने का जज़्बा हर नागरिक में होता है। हिंदी सिनेमा ने भी इस मोहब्बत और जज़्बे को बख़ूबी अभिव्यक्त किया है। आज भी देशभक्ति के कई ऐसे गाने हैं जो लोकप्रिय हैं। बदलते वक़्त के साथ इनकी लोकप्रियता में इज़ाफ़ा ही हुआ है। कुछ ऐसे बेशक़ीमती गीत हैं जो हर नागरिक को वतन के प्रति …
Read More »हम लाये हैं तूफ़ान से किश्ती निकाल के: कवि प्रदीप
After decades of freedom struggle and innumerable sacrifices, the country finally attained freedom in 1947. In this poem the old guards pass the baton to younger generation and instruct them to carry on with great care and fortitude so that the freedom won by great efforts of several generations is sustained and the country moves on the path to progress. …
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