Tag Archives: Top 10 Devotional Poems in Hindi

Hindi Poem on Yoga & Meditation ध्यान और योग

Hindi Poem on Yoga & Meditation ध्यान और योग

प्रकृति की गोद में, करें ध्यान और योग, प्राणायाम से नष्ट हों जीवन के सब रोग। जीवन के सब रोग मिटें, आनंद मिलेगा, सकारात्मक उर्जा होगी तो हृदय खिलेगा। कवि हो जाता धन्य देख यह दृष्य सुहाना, ऐसे सुख से बढ़ कर सुख न हमने जाना। ~ रजनीश माँगा क्या है “ध्यान और योग” का मेल ‘ध्यान’ चेतन मन की …

Read More »

माँ की ममता: मातृ दिवस पर कविता

माँ की ममता: मातृ दिवस पर कविता

मातृ-दिवस हर बच्चे और विद्यार्थी के लिये वर्ष का अत्यधिक यादगार और खुशी का दिन होता है। मदर्स डे साल का खास दिन होता है जो भारत की सभी माताओं के लिये समर्पित होता है। मातृ-दिवस हर साल मई महीने के दूसरे रविवार को मनाया जाता है। बच्चे इस दिन पर बहुत खुश होते है और अपनी माँ को सम्मान …

Read More »

Ramdhari Singh Dinkar Old Classic Poem about Himalayas मेरे नगपति! मेरे विशाल!

Ramdhari Singh Dinkar Old Classic Poem about Himalayas मेरे नगपति! मेरे विशाल!

Here is excerpt from an old classic from Dinkar, exhorting Himalaya the great snow-covered king of mountains (Nagpati), that stands tall and eternally on the north of Indian subcontinent, to save India from its decline. The poem seems to have been written while India was under captivity of the English. मेरे नगपति! मेरे विशाल!: रामधारी सिंह दिनकर मेरे नगपति! मेरे विशाल! …

Read More »

दिवाली के त्यौहार पर कविता: आई रे आई दिवाली

आई रे आई दिवाली - टीना जिंदल

आई रे आई दिवाली पटाखे तोहफे लायी दिवाली दिल को खुश करने आई दिवाली आई रे आई दिवाली आई रे आई दिवाली मज़े करते हुए बच्चे देखो मम्मी का ना पापा का डर है स्कूल का ना टीचर का डर है बल्ब फूल लगते पापा मंदिर सजाती देखो मम्मी बच्चे हैं खेलते कूदते पटाखों में एकदम मस्त हैं खाना देखो …

Read More »

होगा तभी दशहरा: विजय दशमी पर हिंदी कविता

होगा तभी दशहरा (विजय दशमी) - प्रकाश मनु

दशहरा के त्यौहार पर हिंदी कविता – होगा तभी दशहरा किस्सा एक पुराना बच्चों, लंका में था रावण, राजा एक महा-अभिमानी, काँपता जिससे कण-कण। उस अभिमानी रावण ने था, सबको खूब सताया, रामचन्द्र जब आये वन में, सीता को हर लाया। झिलमिल झिलमिल सोने की, लंका पैरो पे झुकती, और काल की गति भी भाई, उसके आगे रूकती। सुन्दर थी लंका, लंका …

Read More »

जय सरस्वती माता: सरस्वती माँ की आरती

Saraswati: Hindu Goddess

Goddess Saraswati: The name Saraswati came from “saras” (meaning “flow”) and “wati” (meaning “she who has …”), i.e. “she who has flow” or can mean sara meaning “essence” and swa meaning “self”. So, Saraswati is symbol of knowledge; its flow (or growth) is like a river and knowledge is supremely alluring, like a beautiful woman. She is depicted as beautiful …

Read More »

विद्यालय मैगजीन से हिंदी बाल-कविताएँ

गुरु: प्रभलीन कौर गुरु अनहद का नाद है, गुरु बोध का स्वाद है। गुरु शरणागत की शक्ति है, गुरु स्नेह की पवित्र धारा है।। गुरु बेसहारों का सहारा है, गुरु अनंत कृपाओं का सागर है। गुरु अनुभव की छलकती गागर है, गुरु नवजीवन की भोर है।। गुरु प्रेम की सुंदर डोर है, गुरु सत्य का सुखद स्पर्श है। गुरुदेव है, …

Read More »

मॉर्डन रसिया: अल्हड़ बीकानेरी की हास्य व्यंग्य कविता

मॉर्डन रसिया - अल्हड़ बीकानेरी

Alhad Bikaneri (17 May 1937 – 17 June 2009) was a renowned Hindi and Urdu poet of Hasya Ras (Humor) of India. His original name was Shyamlal Sharma. He was born on 17 May 1937 in a small village named Bikaner, Rewari district, Haryana, India. Honored with “Hasya Ratna” he is considered as one of the most famous Hindi humor …

Read More »

बुलाय गई राधा प्यारी: अल्हड़ बीकानेरी हास्य कविता

बुलाय गई राधा प्यारी - अल्हड़ बीकानेरी

Barsana (Mathura district of the state of Uttar Pradesh, India) is the home village of Radha, and ‘Kanha Barsane main aayi jaiyo‘ is quite a famous geet about the teasing that goes on between Radha and Lord Krishna. Here hasya kavi Allhad Bikaneri has made a parody of this old song in the modern context. How things have changed! बुलाय …

Read More »

राजीव कृष्ण सक्सेना की धार्मिक कविता: मैं ही हूं

Rajiv Krishna Saxena's Devotional Hindi Poem मैं ही हूं

We humans see the world and interpret it as per our mental capacities. We try to make a sense out of this world by giving many hypotheses. But reality remains beyond us, a matter of constant speculation. मैं ही हूँ प्रभु पुत्र आपका, चिर निष्ठा से चरणों में नित बैठ नाम का जप करता हूँ मैं हीं सिक्का खरा, कभी …

Read More »