Tag Archives: Uttar Pradesh Festivals Legends & Stories

Eid-e-Milad-Un-Nabi: Holy Prophet’s Birthday

Eid-e-Milad-Un-Nabi

Allahuma salli ala Muhammadin wa – ala – Ale Muhammad O God! Shower thy blessings on Muhammad and the descendants of Muhammad Eid-e-Milad-Un-Nabi is here and its time to celebrate. It is time to remember the teachings of the Prophet and follow the mission the Prophet dedicated all his life to. Eid-e-Milad-Un-Nabi is celebrated in the memory of Prophet Muhammad. …

Read More »

Eid-e-Milad: Islam Festival Maulid & Barah Wafat

Eid-e-Milad

Eid-e-Milad – Allahuma salli ala Muhammadin wa – ala – Ale Muhammad O God! Shower thy blessings on Muhammad and the descendants of Muhammad Eid-e-Milad is here and its time to celebrate. It is time to remember the teachings of the Prophet and follow the mission the Prophet dedicated all his life to. Eid-e-Milad is celebrated in the memory of …

Read More »

Pitru Paksha: In Memory Of Departed Ancestors

Pitru Paksha: In Memory Of Departed Ancestors

Pitru Paksha – Shraddha — The dark half of Ashvina (September-October) is observed as Pitru Paksha throughout the Hindu world especially India, and sacrifices called Shraddha is offered to the dead and departed ancestors of the family. On each day of the fortnight oblations of water and Pindas or balls of rice and meal are offered to the dead relatives by …

Read More »

पंचक्रोशी यात्रा, उज्जैन: क्या है यात्रा का धार्मिक महत्व

पंचक्रोशी यात्रा, उज्जैन

ॐ माधवाय नम: स्कंदपुराण का कथन है – न माधवसमोमासोन कृतेनयुगंसम्। पंचक्रोशी यात्रा, उज्जैन: अर्थात वैशाख के समान कोई मास नहीं, सतयुग के समान कोई युग नहीं, वेद के समान कोई शास्त्र नहीं, गंगा के समान कोई तीर्थ नहीं। वैशाख मास का महत्व कार्तिक और माघ माह के समान है। इस मास में जल दान, कुंभ दान का विशेष महत्व …

Read More »

युग प्रवर्तक भगवान वाल्मीकि जी

Valmiki

भगवान वाल्मीकि प्रकट दिवस पर विशेष महान योगेश्वर, महान तेजस्वी, युग प्रवर्तक आदि कवि, आदि गीतकार, संगीतेश्वर एवं करुणासागर भगवान वाल्मीकि जी पूरी दुनिया के कल्याण के लिए शरद पूर्णिमा को तमसा नदी के किनारे प्रकट हुए। आदि कवि भगवान वाल्मीकि जी ने श्रीराम के चरित्र पर आधारित महाकाव्य श्री रामायण की रचना की। इस महाकाव्य की रचना भगवान वाल्मीकि …

Read More »

Teej Festival Information For Hindus

Teej

Teej also known as Haritalika Teej is a fasting festival for Hindu women. It takes place in 3rd day of Shukla Paksha in Shraavan or Saawan month of Hindu calendar, normally falls in the month of August or early September. Dedicated to the Goddess Parvati, commemorating her union with Lord Shiva, the festival is celebrated for marital bliss, well-being of …

Read More »

मकर संक्रांति पर विद्यार्थियों और बच्चों के लिए जानकारी

मकर संक्रांति

मकर संक्रांति हिंदू धर्म का प्रमुख त्यौहार है। यह पर्व पूरे भारत में किसी न किसी रूप में मनाया जाता है। पौष मास में जब सूर्य मकर राशि पर आता है तब इस संक्रांति को मनाया जाता है। यह त्यौहार अधिकतर जनवरी माह की चौदह तारीख को मनाया जाता है। कभी-कभी यह त्यौहार बारह, तेरह या पंद्रह को भी हो …

Read More »

Rishi Panchami Information For Students, Kids

Rishi Panchami Images

Rishi Panchami is celebrated with great joy and festivity in different parts of India as well as in Nepal. Different places have distinct significance for the festival. Mainly, the festival is celebrated in honor of Sapta Rishis. According to Hindu calendar, Rishi Panchami is celebrated on the fifth day of the Shukla Paksha (Waxing Phase of moon) in the Hindu …

Read More »

सफलता की कुंजी: शिक्षक और शिक्षक दिवस की सही अर्थ

सफलता की कुंजी: शिक्षक

गुरूर्बह्मा, दुरुर्विष्णु: गुरुर्देवो महेश्वरः। गुरुर्सक्षात्परब्रह्म तस्मै श्रीगुरवे नमः।। गुरु, टीचर, आचार्य, अध्यापक, शिक्षक सभी शब्द एक ऐसे व्यक्ति की व्याख्या करते हैं जो ज्ञान देने के साथ हमें सही राह पर चलने को प्रेरित करता है। पुरे भारत में 5 सितम्बर को ‘शिक्षक दिवस‘ के रूप में मनाया जाने वाला यह दिन एक त्यौहार के समान होता है जो सभी …

Read More »

नृसिंह चतुर्दशी की जानकारी विद्यार्थियों और बच्चों के लिए

Narsingh Chaturdashi

वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को नृसिंह चतुर्दशी अथवा जयंती कहते हैं। शास्त्रों के अनुसार इस दिन श्री हरि विष्णु ने नृसिंह अवतार धारण कर दैत्यों के राजा हिरण्यकशिपु का संहार किया था। भक्त की भगवान के प्रति अटूट आस्था को सिद्ध करते हुए भगवान ने जगत को बताया की वह संसार के कण-कण में विराजमान हैं। …

Read More »