Diwali Diya: Diya is a small earthen lamp primarily lit during Diwali, the festival of lights. Also, known as ‘deep’, diya is traditionally made of clay. Lighting a deep during aarti is a custom in the Hindu culture. During Diwali, the earthen lamps are used for illuminating the entire home and premises, apart from aarti. The diya is filled with …
Read More »मेरे देश की धरती सोना उगले: गुलशन बावरा का देश प्रेम फ़िल्मी गीत
मेरे देश की धरती सोना उगले: गुलशन छह वर्ष की उम्र में कविता लिखने लगे थे। बचपन में ही मौत का दंश झेलने वाले गुलशन के गीतों में दर्द छलकता रहा। लोग इसमें डूबते रहे। विभाजन के बाद दिल्ली आकर यहां स्नातक की पढ़ाई की। इसके बाद मुंबई में गए और वहां संघर्ष शुरू हुआ। रेलवे में लिपिक की नौकरी की …
Read More »मल दे गुलाल मोहे आई होली आई रे: गीतकार इन्दीवर का लोकप्रिय फिल्मी गीत
मल दे गुलाल मोहे आई होली आई रे: Kaamchor is a 1982 Indian Hindi movie. Produced by Rakesh Roshan the film is directed by K. Viswanath, a remake of his Telugu film Subhodayam (1980). The film stars Rakesh Roshan, Jaya Prada, Tanuja, Sujit Kumar, Suresh Oberoi, Shreeram Lagoo and Bhagwan Dada. The films music is by the producer and lead …
Read More »होली आयी रे कन्हाई: शकील बदायूंनी का गीत फिल्म मदर इण्डिया से
होली आयी रे कन्हाई: शकील बदायूंनी – मदर इण्डिया 1957 में बनी भारतीय फ़िल्म है जिसे महबूब ख़ान द्वारा लिखा और निर्देशित किया गया है। फ़िल्म में नर्गिस, सुनील दत्त, राजेंद्र कुमार और राज कुमार मुख्य भूमिका में हैं। फ़िल्म महबूब ख़ान द्वारा निर्मित औरत (१९४०) का रीमेक है। यह गरीबी से पीड़ित गाँव में रहने वाली औरत राधा की …
Read More »आनंद बक्षी का देश भक्ति गीत: वतन पे जो फ़िदा होगा (फूल बने अंगारे)
वतन पे जो फ़िदा होगा: Here is an immortal poem of Anand Bakshi that was written for the 1963 movie “Phool Bane Angaare”. Such powerful and moving words never fail to moisten eyes. It is appropriate to refresh the memory of this song on this 15th of August. वतन पे जो फ़िदा होगा: आनंद बक्षी हिमाला की बुलंदी से, सुनो आवाज …
Read More »मेरा रंग दे बसंती चोला: प्रेम धवन का देश-भक्ति गीत हिंदी फिल्म ‘शहीद’ से
मेरा रंग दे बसंती चोला अत्यंत लोकप्रिय देश-भक्ति गीत है। यह गीत किसने रचा? इसके बारे में बहुत से लोगों की जिज्ञासा है और वे समय-समय पर यह प्रश्न पूछते रहते हैं। ‘यह गीत किसने लिखा?’ इसका उत्तर जानने के लिए हमें इसका इतिहास खंगालना होगा। इस गीत के दो संस्करण है। जिस गीत से अधिकतर लोग परिचित हैं वह गीत …
Read More »मोहे तू रंग दे बसंती: प्रसून जोशी का फ़िल्मी गीत
मोहे तू रंग दे बसंती: प्रसून जोशी का फ़िल्मी गीत – प्रसून जोशी के “कुछ कर गुज़रने” की शुरुआत पहाड़ों से हुई। उत्तराखंड के अल्मोड़ा में 1971 में जन्म हुआ। पिता पीसीएस अफसर थे। मां क्लासिकल सिंगर। मां-पिता दोनों की संगीत में दिलचस्पी थी। एक इंटरव्यू में प्रसून ने कहा था, “पिता पीसीएस अधिकारी थे तो देर रात तक लाइब्रेरी खुलवाए …
Read More »Diwali Songs: Popular Diwali Film Songs
Diwali Songs: Popular Bollywood Diwali Songs – Diwali is a five-day extravaganza in India, the land of colorful festival. On the occasion of Diwali, people spread good cheer and indulge themselves in a number of activities, one of them being throwing parties and get together. While partying during the festive season, people would dance to the tune of peppy Diwali …
Read More »सुंदर मुंदरिये हो, तेरा कौन बेचारा हो: लोहड़ी लोक गीत
सुंदर मुंदरिये हो, तेरा कौन बेचारा होदुल्ला भट्टी वाला हो, दुल्ले ती विआई हो,शेर शकर पाई हो, कुड़ी दे जेबे पाई हो,कुड़ी कौन समेटे हो, चाचा गाली देसे होचाचे चुरी कुटी हो, जिम्मीदारा लूटी हो,जिम्मीदार सुधाये हो, कुड़ी डा लाल दुपटा हो,कुड़ी डा सालू पाटा हो, सालू कौन समेटे हो,आखो मुंडियों ताना ‘ताना’, बाग़ तमाशे जाना ‘ताना’,बागों मनु कोडी लबी …
Read More »हुल्ले नी माइ हुल्ले दो बेरी पत्ता झुल्ले: लोहड़ी लोक गीत
Lohri is a popular winter time Punjabi folk festival, celebrated primarily by Sikhs and Hindus from the Punjab region in the northern part of Indian subcontinent. The significance and legends about the Lohri festival are many and these link the festival to the Punjab region. Many people believe the festival commemorates the passing of the winter solstice. Lohri marks the …
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