वास्तु घर में रहने वाले सदस्यों पर अपना विशेष प्रभाव रखता है। वास्तु के माध्यम से ही घर में नकारात्मक एवं सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश संभव हो पाता है। उसी के अनुसार घर में रहने वाले सदस्यों को लाभ अथवा हानि होते हैं लेकिन कई बार काफी प्रयास करने के बावजूद भी घर को पूर्ण रूप से वास्तुदोष से मुक्त करना संभव नहीं हो पाता।
सरल सा उपाय अपनाकर घर के वास्तुदोष के प्रभाव को प्रभावहीन किया जा सकता है। इस उपाय को करने से शारीरिक, मानसिक और आर्थिक हानि से बचा जा सकता है। शुभ मुहूर्त में प्राण प्रतिष्ठित यंत्र मनोकामना पूर्ति में सहायक होने के साथ ही आपकी जिंदगी बदलने में समर्थ होता है। घर में वास्तुदोषनाशक यंत्र की अराधना से तमाम वास्तु दोषों को समाप्त किया जा सकता है। प्रतिदिन इसका पूजन करने से वास्तु दोष उत्पन्न होने की संभावना लगभग समाप्त हो जाती है।
मंत्र – ऊँ वास्तुदेवताभ्यो नमः।
घर का निर्माण करते समय वास्तु विज्ञान की अज्ञानता के कारण बहुत से अशुभ तत्वों का समावेश हो जाता है जिन्हें हम वास्तुदोष के नाम से जानते हैं। वास्तुदोष से गृहस्वामी को विभिन्न प्रकार की आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक यहां तक कि जीवन-मृत्यु जैसे कष्टों तक का सामना करना पड़ता है। इस प्रकार की व्याधियों से बचने हेतु हमारे पूर्वाचार्यों ने प्रकृति की अनमोल देन सूर्य की किरणों, हवा का रुख और पृथ्वी की चुंबकीय शक्ति आदि का उपयोग करना बताया है, जिसे हम वास्तुशास्त्र के नाम से जानते हैं। यदि निर्मित आवास में बिना किसी प्रकार की तोड़-फोड़ के वास्तुदोष को दूर किया जा सके तो इससे अच्छी बात और क्या हो सकती है। बिना किसी तोड़-फोड़ के वास्तुदोष निवारण के लिए हम वास्तुदोष निवारण यंत्र का प्रयोग कर सकते हैं।