अगर आप विद्यार्थी हैं या फिर ऑफिस और घर की जिम्मेदारियों को संभालते-संभालते तनाव महसूस करने लगे हैं तो यह आसन आपके लिए बहुत उपयोगी रहेगा।
भ्रामरी प्राणायाम करने की विधि:
- एक समतल पर शांत, प्राणायाम की मुद्रा में बैठ जाएं। आंखों को बंद कर लें।
- दोनों हाथों की अनामिका उंगली से अपने कान बंद कर लें।
- एक लंबी गहरी सांस लें। इसके बाद बिना मुंह खोले भ्रमर की आवाज़ निकालें। धीरे-धीरे सांस बाहर छोड़ें।
- इसी प्रक्रिया को 6-7 बार दोहराएं। इसके बाद अंगूठे की मदद से कान बंद करें और चारों उंगलियों को चेहरे पर रखें।
भ्रामरी प्राणायाम के फायदे:
- भ्रामरी प्राणायाम से तनाव, गुस्सा और अवसाद दूर होता है।
- भ्रामरी प्राणायाम करने से दिमाग शांत होता है।
- अगर आपको माइग्रेन की समस्या है तो भी यह आपके लिए फायदेमंद है।
- विद्यार्थियों के लिए यह खासतौर पर फायदेमंद है। इससे दिमाग मजबूत होता है और ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलती है।